
भेटायत पुछत ओ कहाँ रहिगेलैथ हमर भैया,कहबै, ओकरा सs उलझल छै सरकार कसैया
अतबे कहला पर बहिन जायत बुईझ ढाढस बन्हबैत कहबैक राखु अपन सुइध
ललका साडी पहिरने झाडु बहारैत अंगना बिच चिन्ह लेब उवेह छैथ जे रखैत छलीह
नेह सs सिच हताश होइत पुछतिह कहाँ रही गेलैथ अहाँ केभैया
अतबे टा बात सहन कs कहबै घुरिऔताह छैथ नै निर्दइया
बारी में काज करैत भेटायत हमर माई सहैट
अहाँ ओतै चली चइल जाई पुछत हमर माय ,
कहाँ रहल हमर बेटा माइक हक़ खातिर लड़ैत
कोरा परल माइक बेटा घुरैत काल बाबूजीक
सुनाबै अहाँ कड़ुवाहट बोली कहबैक
कायर नहि छल माथ छाती पर खेलक गोली
#बिजय कुमार झा
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